नमस्ते मित्रो,
मेरा नाम मयुर है। मैं अभी engineering
के last साल में पढ़ता हु। में अभी मेरे बड़े भाई के घर बैंगलोर में रहने के लिए आया हु। मेरा भाई अभी सिंगापुर में काम करता है। लेकिन मेरी भाभी नेहा अभी भी यंहा बंगलौर में ही रहती है। मैं अभी बंगलौर के majestric स्टेशन पे पंहुचा हु। मेने मेरी भाभी को फोन कर के स्टेशन पे बुलाया हे ताकी वो मुझे ले जाये। मेरी भाभी ने बोला की तुम 5 मिनिट रुको में आ रही हु।
थोड़ी ही देर मैं स्टेशन पे पहुच गया। वहाँ पे अपनी भाभी को देख कर बहुत ही अच्छा महसूस कर रहा था। मैं तुरंत उनके पास जाके आशिर्वाद लिया और गले लग गया। मेरी माँ के मरण के बाद वोही मेरी माँ है। वो मेरे लिए सबकुछ है।
नेहा : " मयुर, बहुत दिनों बाद तुम्हें देख कर बड़ी खुसी हुई। "
में : " मुजे भी भाभी। में आप को बहुत ही याद कर रहा था। "
थोडी देर बाद हम पार्किंग की तरफ चलने लगे। वहाँ भाभी ने बोला की तुम्हारे लिए एक surprise
है। उन्होंने मेरी आखो को बंद करके पार्किंग की तरफ ले गए। जब उन्होंने मेरी आँखे खोली तो मेने देखा की एक लाल कलर का TVS
Apache bike खड़ी थी। जो मेरे भाई ने मेरी भाभी को gift दिया था। भाभी bike चलाना बहुत अच्छे से जानती थी। फिर उन्होंने bike को start किया और में जल्दी से उनके पीछे की सीट पे बैठ गया।
नेहा : " मयुर , मुझे पकड़ के बैठना में बहुत ही fast
bike चलती हु। "
में : " ठीक हे भाभी "
थोड़ी ही देर में भाभी ने bike को 100km की speed चलाने लगी। उन्होंने लाल कलर की सलवार और खुले हवा में लहराते बालो के साथ bike चलते देखा कर लोग बहुत ही जेलस महसूस कर रहे थे।
कुच ही टाइम मे हम घर पे पहुच गए। में फ्रेस हो गया। मेरी भाभी ने मेरे लिए स्वादिष्ठ खाना बनाया था। फिर हम ने मंदिर जाने के लिए तैयार हो गए। में jeans और T-shirt पहन के तैयार हो गया और मेरी भाभी red
color की साड़ी में perfect
भारतीय नारी लग रही थी। भाभी ने मुझे बोला की जल्दी से घर को लॉक कर के आजाओ में bike बहार निकल ती हु।
नेहा : " जल्दी करो मयुर..... हम लेट हो जाएंगे "
मैंने जल्दी से घर को लॉक कर के भाभी के पिछे बैठ गया। भाभी साड़ी में bike चलते हुए बहुत ही अच्छी लग रही थी। रोड पे सभी का ध्यान हमारी तरफ ही था। जब हम signal पे रुके तो आस - पास में सब की नजर हमारी और थी। फिर हम पेट्रोल पंप पे पेट्रोल भर ने के लिए रुके वह भी सब लोग हम हे ही देख थे।
फिर थोड़ी ही देर मे हम काली मंदिर पहुच गए। भाभी ने bike
पार्क कर दिया और कुच फुल ख़रीद लिए। और हम अंदर चले गए। करीबन 30 मिनीट के बाद हम दर्शन कर के बहार आ गए।
नेहा : " अब कंहा जाना है, मयुर ? "
में : " शॉपिंग सेन्टर , भाभी। बहुत टाइम हो गया मैंने कुछ ख़रीदा नहीं हैं। "
नेहा : " ठीक है , चलो मंत्री मॉल चलते है। "
फिर तो भाभी ने bike चालु कर के 120 की speed से बैंगलोर के road पे चलने लगी। बहुत सारे लड़के नेहाभाभी को देख के अपनी bike को पीछे छोड़ दिया। ये देख कर में बहुत ही proud महसुस कर रहा था। फिर मेने भाभी को पीछे से जोर से पकड़ लिया और bike riding को पुरा enjoy किया।
बहुत टाइम से में मंत्री मॉल नहीं गया था। वंहा पे भाभी ने मुझे jeans और shirt के अच्छी सी जोड़ी खरीद के दी।
बाद में हम वहाँ से बहार आ गए। फिर भाभी ने bike चालु किया और में पीछे बैठ गया। मेने आँख बंध कर ली और भाभी को पकड़ के बैठ गया जब मैंने आँख खोली तो हम घर पे पहुच गए थे।
" Really My Bhabhi is Great "
0 comments:
Post a Comment